वेदी में जौ और गेहूं दोनों को मिलाकर बोएं।वेदी पर या समीप के ही पवित्र स्थान पर पृथ्वी का पूजन करवहां सोने, चांदी, तांबे या मिट्टी का कलश स्थापित करें। इसके बाद कलश में आम के हरे पत्ते, दूर्वा, पंचामृत डालकर उसके मुंह पर सूत्र बाधें।कलश स्थापना के बाद गणेश पूजन करें।